आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "aaina e ghalib ebooks"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "aaina e ghalib ebooks"
ग़ज़ल
कहूँ क्या ख़ूबी-ए-औज़ा-ए-अब्ना-ए-ज़माँ 'ग़ालिब'
बदी की उस ने जिस से हम ने की थी बार-हा नेकी
मिर्ज़ा ग़ालिब
ग़ज़ल
मुझे राह-ए-सुख़न में ख़ौफ़-ए-गुम-राही नहीं ग़ालिब
असा-ए-ख़िज़्र-ए-सहरा-ए-सुख़न है ख़ामा बे-दिल का
मिर्ज़ा ग़ालिब
ग़ज़ल
'ग़ालिब' अपना ये अक़ीदा है ब-क़ौल-ए-'नासिख़'
आप बे-बहरा है जो मो'तक़िद-ए-'मीर' नहीं
मिर्ज़ा ग़ालिब
ग़ज़ल
क़यामत है कि सुन लैला का दश्त-ए-क़ैस में आना
तअ'ज्जुब से वो बोला यूँ भी होता है ज़माने में
मिर्ज़ा ग़ालिब
ग़ज़ल
दिल-ए-ग़रीब कहाँ पाएगा निशाँ अपना
लुटा के शहर-ए-निगाराँ में कारवाँ अपना